लंग्स कैंसर, जिसे फेफड़ों का कैंसर भी कहा जाता है, फेफड़ों के ऊतकों में शुरू होने वाला एक गंभीर रोग है, जिसमें फेफड़ों की कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का निर्माण करती हैं। यह ट्यूमर फेफड़ों के सामान्य कार्य में बाधा डाल सकता है और शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है। लंग्स कैंसर के दो प्रमुख प्रकार होते हैं: स्मॉल सेल लंग्स कैंसर (SCLC) और नॉन-स्मॉल सेल लंग्स कैंसर (NSCLC)। लंग्स कैंसर के बारे में जागरूकता का महत्व इसलिए है क्योंकि यह बीमारी के शुरुआती लक्षणों की पहचान, धूम्रपान छोड़ने, वायु प्रदूषण से बचने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के माध्यम से इसकी रोकथाम में मदद कर सकता है। जागरूकता से प्रभावित लोगों को सही जानकारी और समर्थन मिल सकता है, और इससे लंग्स कैंसर पर अधिक शोध और नए उपचार विधियों के विकास के लिए भी प्रोत्साहन मिलता है।
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प्रारंभिक लक्षण
लंग्स कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- खांसी: लगातार खांसी रहना या नई खांसी का उत्पन्न होना, जो समय के साथ ठीक नहीं होती।
- खांसी में खून आना: खांसते समय खून आना या खून मिश्रित कफ निकलना, जो फेफड़ों में गहरे रोग का संकेत हो सकता है।
- सांस की समस्या: सांस लेने में कठिनाई होना या श्वास की कमी महसूस होना, विशेषकर सामान्य शारीरिक गतिविधियों के दौरान।
- सीने में दर्द: गहरी सांस लेने, खांसने या हंसने पर सीने में दर्द होना, जो फेफड़ों में ट्यूमर के विकास का संकेत हो सकता है।
ये प्रारंभिक लक्षण आमतौर पर अन्य सामान्य समस्याओं के लक्षणों के समान होते हैं, इसलिए इन लक्षणों के दिखाई देने पर डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
उन्नत लक्षण
लंग्स कैंसर के उन्नत लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
